प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्री मंडल ने प्रधान मंत्री शहरी आवास योजना 2.0 को मंजूरी दे दी है इस योजना का लक्ष्य अगले पांच में शहरी गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए 1 करोड़ घर बनना है जिसमें 10 लाख करोड़ का निवेश और 2.30 लाख करोड़ की सब्सडी शामिल है
प्रधान मंत्री शहरी आवास योजना से शहरी क्षेत्र के लोगों के घर का सपना पूरा करने के लिए शुरुआत की गयी है शहरी आवास: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हाल ही में प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी (पीएमएवाई-यू) 2.0 योजना को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत 2024-25 और 2028-29 के बीच शहरी क्षेत्रों में एक करोड़ घरों का निर्माण किया जाएगा। और प्रधानमंत्री आवास योजना – शहरी 2.0 (पीएमएवाई-यू 2.0) एक सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य मध्यम वर्ग और शहरी गरीब परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। PMAY-U 2.0 का प्राथमिक उद्देश्य पात्र लाभार्थियों को शहरी क्षेत्रों में आवास इकाइयों का निर्माण, खरीद या किराए पर लेने में सक्षम बनाना है। यह पहल टिकाऊ आवास समाधानों तक पहुँच सुनिश्चित करके सभी नागरिकों के जीवन स्तर को बढ़ाने के भारत सरकार के व्यापक उद्देश्य के अनुरूप है।
पीएमएवाई-यू 2.0 संबंधी पात्रता मापदंड
प्रधान मंत्री शहरी आवास योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस)/निम्न आय वर्ग (एलआईजी)/मध्यम आय वर्ग (एमआईजी) परिवार, जिनके पास देश में कहीं भी अपना कोई पक्का घर नहीं है, वे पीएमएवाई-यू 2.0 के तहत घर खरीदने या निर्माण करने के पात्र होंगे ।
• ₹3 लाख तक की वार्षिक आय वाले परिवारों को ईडब्ल्यूएस,
• ₹3 लाख से ₹6 लाख तक की वार्षिक आय वाले परिवारों को एलआईजी, और
• ₹6 लाख से ₹9 लाख तक वार्षिक आय वाले परिवारों को एमआईजी के रूप में परिभाषित किया गया है
प्रभाव
प्रधानमंत्री आवास योजना- शहरी 2.0 ईडब्ल्यूएस/एलआईजी और एमआईजी श्रेणी के आवास के सपनों को पूरा करके ‘सबके लिए आवास’ के विजन को प्राप्त करेगी। यह योजना झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यकों, विधवाओं, विकलांग व्यक्तियों और समाज के अन्य वंचित वर्गों की आवश्यकताओं को पूरा करके जनसंख्या के विभिन्न वर्गों में समानता सुनिश्चित करेगी। पीएमस्वनिधि योजना के तहत चिन्हित सफाईकर्मियों, स्ट्रीट वेंडरों और प्रधानमंत्री-विश्वकर्मा योजना के तहत विभिन्न कारीगरों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, भवन और अन्य निर्माण श्रमिकों, झुग्गी-झोपड़ियों/चॉलों के निवासियों और पीएमएवाई-यू 2.0 के संचालन के दौरान पहचाने गए अन्य समूहों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।